बरही (हजारीबाग)प्रखंड अंतर्गत विजैया पंचायत में बना तहसील कचहरी भवन सरकार की उदासीनता के कारण बेकार साबित हो रहा है। करीब दो वर्ष पूर्व सरकार के राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग से स्वीकृति के बाद लाखों की लागत से इस भवन का निर्माण कराया गया था। लेकिन भवन निर्माण के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी न तो कभी राजस्व कर्मचारी बैठते हैं और न ही राजस्व विभाग का काम होता है। सरकार ने भूस्वामियों को सुलभ मदद पहुंचाने के उद्देश्य से जिस भवन का निर्माण कराया था, वह आज तक बनकर तैयार नहीं हो पाया है। जबकि तहसील कचहरी में भूस्वामियों के भूमि संबंधी कार्यों के अलावा छोटे-मोटे भूमि विवादों का भी निपटारा किया जाता है। जिससे पंचायत के लोगों को अतिरिक्त दूरी तय कर बरही अंचल कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ता। लोगों का समय और पैसा दोनों बचता। लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो रहा है। भवन निर्माण के समय जगी लोगों की उम्मीदें प्रशासनिक लापरवाही के कारण धराशायी हो गई हैं। भवन निर्माण से सिर्फ ठेकेदारी को बढ़ावा मिला है, लेकिन आम लोगों को इसका लाभ अब तक नहीं मिल पाया है. ऊपर से अराजक तत्व भी ईंट-पत्थर से भवन को नुकसान पहुंचा रहे हैं। क्या कहते हैं स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि मो मंसूर: इस संबंध में पूछे जाने पर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि मो मंसूर ने कहा कि संबंधित विभाग को इस ओर ध्यान देना चाहिए। यहां कोई राजस्व कर्मचारी नहीं आते हैं। विभाग को यहां काम शुरू करना चाहिए, ताकि भवन निर्माण का उद्देश्य पूरा हो और लोगों को इसका लाभ मिले।
क्या कहते हैं अंचलाधिकारी अमित किस्कू:
इस संबंध में पूछे जाने पर बरही अंचलाधिकारी अमित किस्कू ने कहा कि बरही में कुल 20 पंचायत और 8 अंचल हैं। जिसके लिए 8 कर्मचारी बनाए गए हैं। लेकिन मात्र दो कर्मचारियों के सहारे प्रखंड में 20 पंचायत हैं। जिसके कारण बरही अंचल का बोझ बढ़ गया है। यही कारण है कि विजैया पंचायत में बने तहसील कचहरी भवन में अभी तक किसी कर्मचारी की नियुक्ति नहीं हो पाई है। जैसे ही बरही अंचल में अतिरिक्त राजस्व कर्मचारी की पदस्थापना होगी, वहां भी एक राजस्व कर्मचारी की पदस्थापना कर दी जाएगी।